Live Classes
सुप्रीम कोर्ट में हालिया रुझान न्यायशास्त्र के समाजशास्त्रीय पाठशाला पर अधिक भरोसा करना और प्रत्यक्षवादी पाठशाला पर कम भरोसा करना है। दूसरे शब्दों में, न्यायालय न्यायिक संयम के बजाय न्यायिक सक्रियता का अधिक सहारा ले रहा है, जो समस्याग्रस्त है। हम इस तथ्य को दिवाली पर पटाखे जलाने के लिए समय सीमा तय करने पर दिए गये फैसले, जो विधायिका का एक कार्य है; नदियों को जोड़ने पर इसके निर्णय, जिसके लिए ...........
Download pdf to Read More